रहस्यमयी 500 वर्षों से चेतन अखंड धूना ,श्री अघंजर महादेव मंदिर धर्मशाला
500 वर्षों से चेतन अखंड धूना ,श्री अघंजर महादेव मंदिर धर्मशाला
Aghanjar Mahadev हिमाचल प्रदेश के जिला काँगड़ा में पालमपुर धर्मशाला रोड पर जिला मुख्यालय से करीब 15 किलोमीटर की दूरी पर स्तिथ यह सिद्ध पीठ भगवन शिवजी को समर्पित है ! हरी भरी वादी और कल कल करती पहाड़ी नदी के साथ स्तिथ ये पीठ काफी मनमोहक है और शांत वातावरण के लिए प्रसिद्ध है ! खन्यारा गॉंव से कुछ दूरी पर सुन्दर पहाड़ों के बीच करीब पांच सौ साल पहले बाबा गंगा भारती ने यहाँ तपस्या शुरू की थी जिसका जीता जागता सबूत अखंड चेतन धूना यहाँ आज भी मौजूद है !
इस मनोरम तीर्थ पर सैंकड़ो श्रद्धालु सावन के महीने में शिवजी के दर्शन करने आते हैं ! साथ ही बहते पहाड़ी नदी के साथ एक चट्टान के नीचे यहाँ काफी प्राचीन शिवलिंग स्तापित है जिसे गुप्तेशवर महादेव कहा जाता है ! यहाँ पर श्रद्धालुओं को रेंगकर चट्टान के नीचे भोले नाथ के दर्शन करने पड़ते हैं ! शिवरात्रि के उपलक्ष में यहाँ मेला लगता है और दूर दूर से भक्त भोले को प्रसन्न करने के लिए जल , बेलपत्र और दूध से उनका अभिषेक करते हैं !
इस मंदिर में अनेकों मूर्तियां स्तापित हैं जिनमे दुर्गा माता, हनुमान जी और भोले नाथ की प्रतिमाएं मुख्य मंदिर के साथ ही शीशे की कमरे में रखी गई हैं! प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण ये पीठ मन को मोह लेता है और यहाँ आकर भक्तगण आंतरिक शांति का आनंद प्राप्त कर सकते हैं यहाँ पर तपस्या करने वाले बाबा गंगा भारती जी की समाधी भी यहीं स्थापित है !
वैसे तो हिमाचल प्रदेश सुंदरता में काफी आकषक है और यहाँ सैंकड़ों ही शक्ति स्थल और घूमने की जगहें मौजूद हैं लेकिन धौलाधार हिमालय की हसीन काँगड़ा वादी का ये मनोरम तीर्थ पेड़ों के झुरमुट में एकाएक नज़र नहीं आता , लेकिन भक्तों को थोड़ा आगे जाकर ये शक्ति स्थल अपनी और मोह लेता है और यहाँ पर एक बार आकर बार बार आने का मन करता है !