
क्या है रहस्य रावण और बैजनाथ शिव मंदिर का ?
मान्यता है की बैजनाथ हिमाचल प्रदेश में स्तिथ ये शिव मंदिर त्रेता युग का समकालीन शिव लिंग सहेजे हुए है !कहा जाता है की रावण ने प्रभु शिव को प्रसन्न करने के लिए अपने दस सिरों की आहुति दी थी और शिवजी की तपस्या करके उनसे दशानन होने का वरदान प्राप्त किया था ! अतएव शिवजी ने प्रसन्न होकर रावण को जब वरदान दिया तो रावण ने प्रभु शिव से साथ लंका चलने का आग्रह किया जिसे प्रभु शिवजी ने ने स्वीकार किया और लिंगम रूप उसे प्रसाद दिया और कहा की इस शिव लिंग को अब लंका जाकर ही स्थापित करना ! रास्ते में बैजनाथ पहुँच कर रावण को लघुशंका के कारण शिव लिंग को वहां कुछ देर के लिए रखना पड़ा मगर जब उसने उसे पुनः उठाने की कोशिश की तो वो नाकायाब रहा और तब से ये शिव लिंग यहीं स्थापित है !
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