
गर्म दूध में कच्ची हल्दी उबालकर
भारतीय घरों में यह माना जाता है कि चोट, मोच या फिर बुखार में दर्द में हल्दी ज्यादा फायदेमंद होती है। मिलान स्थित एक प्रमुख दवा निर्माता कंपनी के शोध में पता चला है कि खेल के दौरान लगने वाली चोट या मोच में हल्दी दर्द निवारक दवा जितनी ही कारगर साबित हो सकती है। शोध में पता चला है कि हल्दी चोट को रिकवर करने में भी सहायक साबित हो सकती है।
यह एंटीऑक्सीडेंट है जो कैंसर से बचाव कर रक्त विकारों को दूर करती है। इसके और भी कई फायदे हैं। गर्म दूध में कच्ची हल्दी उबालकर पीने से मधुमेह यानी डायबिटीज में लाभ मिलता है। हल्दी में एंटीसेप्टिक गुण पाया जाता है। यदि मधुमेह रोगी प्रतिदिन किसी न किसी रूप में हल्दी का प्रयोग करते हैं तो उसके घाव जल्दी भरते हैं।
अस्थमा पीडि़तों के लिए आधा चम्मच शहद में एक चौथाई चम्मच हल्दी मिलाकर खाने से लाभ मिलता है। अंदरुनी चोट लगने पर एक गिलास गर्म दूध में एक चम्मच हल्दी मिलाकर पीने से दर्द और सूजन में राहत मिलती है। चोट पर हल्दी का लेप लगाने से भी आराम मिलता है। जुकाम या खांसी होने पर दूध में हल्दी पाउडर डालने या कच्ची हल्दी उबालकर पीने से लाभ होता है।